धन्य माता यहाँ हैं। वह कहती है: "यीशु की स्तुति हो।"
“तीर्थयात्रियों से कहें कि आज रात ८:०० बजे आँसुओं के झील पर वापस आएं। संत जोसेफ, शिशु और मैं परिवारों को एक विशेष आशीर्वाद देंगे। उनसे दो दिलों का माला पढ़ने के लिए कहें।”
वह चली जाती हैं।
धन्य माता यहाँ हैं। वह कहती है: "यीशु की स्तुति हो।"
“तीर्थयात्रियों से कहें कि आज रात ८:०० बजे आँसुओं के झील पर वापस आएं। संत जोसेफ, शिशु और मैं परिवारों को एक विशेष आशीर्वाद देंगे। उनसे दो दिलों का माला पढ़ने के लिए कहें।”
वह चली जाती हैं।
उत्पत्ति: ➥ HolyLove.org
इस वेबसाइट पर पाठ का स्वचालित रूप से अनुवाद किया गया है। किसी भी त्रुटि के लिए क्षमा करें और अंग्रेजी अनुवाद देखें।