**मैं तुम्हारा यीशु हूँ, जिसने अवतार लिया है।**
(Maureen) यीशु के सामने एक बड़ी चलनी है। वह उसे पकड़े हुए नहीं हैं। उसके ऊपर एक जार तैर रहा है, जो चलनी में तरल डाल रहा है। जैसे ही यह होता है, बीज चलनी में रहते हैं और तरल उसमें से बह जाता है।
यीशु कहते हैं: "जब मैं वापस आऊँगा, तो नफरत, असंतोष और धर्मत्याग के सभी बीज दिलों से हटा दिए जाएँगे। तभी त्रुटि उजागर होगी। जो लोग सत्य का विरोध करते हैं वे प्रकट होंगे और अलग कर लिए जाएंगे। विश्वास का समृद्ध भंडार बचाया जाएगा और नए यरूशलेम को बनाने के लिए एकत्र किया जाएगा।"
( Maureen ) अब मैं देख रही हूँ कि तरल छलनी से निकलकर सोने के जार में जा रहा है।